सब्ज़ियों के नाम और प्रकार Vegetables Name in Hindi & English

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In this post we will learn Vegetables name in Hindi and English. We also learn the types of the vegetables.

Table of Content

  • 1. सब्ज़ियों के प्रकार Types of the Vegetables
  • 2. सब्ज़ियों के नाम Vegetables Name in Hindi and English
  • 3. सब्ज़ियों की सूची Vegetables List
  • Table of Contents

    सब्ज़ियों के प्रकार Types of the Vegetables

    सब्ज़ियों को कयी किस्मों में पायी जाती हैं और सब्ज़ियों को जैविक समूहों या ‘परिवारों’ में वर्गीकृत किया जा सकता है। सब्ज़ियों को निम्नलिखित वर्गों में विभाजित किया जा सकता है:

    हरी पत्तेदार (Leafy green Vegetables Name)

    पत्तेदार हरी सब्जियां स्वस्थ आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे विटामिन, खनिज और फाइबर से भरे हुए हैं लेकिन कैलोरी में कम हैं।
    पत्तेदार साग से भरपूर आहार खाने से मोटापा, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और मानसिक गिरावट के जोखिम को कम करने सहित कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।

    Leafy green Vegetables Name in Hindi and English: पालक (spinach), सिल्वरबीट (silverbeet), सलाद के पत्ते (lettuce) etc.

    जड़ वाली सब्जियां (Root Vegetables)

    जड़ वाली सब्ज़ियों को खाद्य पौधे के रूप में परिभाषित किया गया है जो भूमिगत रूप से उगता है, आलू, गाजर और प्याज कुछ सामान्य उदाहरण हैं जिनसे अधिकांश परिचित हैं।

    Root Vegetables Name in Hindi and English – आलू (potato), शकरकंद (sweet potato) and रतालू (yam) etc.

    तने वाली सब्जियां (Edible plant stem Vegetables)

    खाद्य पौधे के तने पौधों का एक हिस्सा हैं जो मनुष्य द्वारा खाए जाते हैं। अधिकांश पौधे तनों, जड़ों, पत्तियों, फूलों से बने होते हैं और बीज युक्त फल पैदा करते हैं। स्वस्थ आहार के स्वादिष्ट हिस्से के रूप में तने वाली सब्जियों का लंबे समय से आनंद लिया गया है।

    Edible plant stem Vegetables Name in Hindi and English – ब्रोकोली (Broccoli), अजमोदा (celery), शतावरी (asparagus), कोमल बांस (soft small Bamboo) etc.

    मज्जा सब्जियां (Marrow Vegetables)

    मैरो पतली चमड़ी वाले, कोमल ग्रीष्म स्क्वैश की कई किस्मों को संदर्भित करता है। मैरो शब्द आपको यूके में सबसे अधिक सुनने को मिलेगा, अमेरिका में उन्हें ग्रीष्मकालीन स्क्वैश या तोरी कहा जाता है। हालांकि, मज्जा सब्जियों का सबसे अधिक पौष्टिक नहीं है, वे पोटेशियम में समृद्ध हैं, और पतली त्वचा और अपेक्षाकृत नरम स्वाद का उनका संयोजन उन्हें अन्य खाद्य पदार्थों के लिए एक अच्छा कवछ बनाता है।

    Marrow Vegetables Name in Hindi and English – कद्दू (pumpkin), खीरा (cucumber), तुरई (zucchini) etc.

    पत्तेदार सब्जियां (Cruciferous Vegetables)

    पत्तेदार सब्जियां/”क्रूसिफेरस” सरसों परिवार के सदस्यों के लिए एक अनौपचारिक वर्गीकरण है और लैटिन क्रूसिफेरे से आता है जिसका अर्थ है “क्रॉस बेयरिंग”, क्योंकि चार पंखुड़ियां एक क्रॉस के समान होती हैं।

    Cruciferous Vegetables Name in Hindi and English – गोभी (cauliflower), पत्ता गोभी (cabbage), छोटी बंदगोभी (Brussels sprouts), ब्रोकोली (broccoli) etc.

    एलियम सब्जियां (Allium Vegetables)

    आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली एलियम सब्जियों में लहसुन, प्याज, लीक, चिव्स, स्कैलियन शामिल हैं जो दुनिया भर में विभिन्न व्यंजनों में उपयोग किए जाते हैं। कुछ एलियम सब्जियों को हृदय रोगों के इलाज के लिए पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में सदियों से नियोजित किया गया है।

    Allium Vegetables Name in Hindi and English – प्याज़ (onion), लहसुन (garlic) and छोटी हरी प्याज़ (shallot).

    सब्ज़ियों के नाम Vegetables Name in Hindi and English

    आलू (Potato)

    आलू जड़ वाली फसलों में से एक सब्ज़ी है जो सबसे व्यापक रूप से उगाई जाने वाली फसलों में से एक है और दुनिया भर में खपत होने वाली सबसे सस्ती खाद्य सामग्री में से एक है। आलू सफ़ेद और लाल तरह की पायी जाती है।

    आलू में स्टार्च, विटामिन, खनिज और फाइबर के बेहतरीन स्रोत पाए जाते हैं। 100 ग्राम आलू लगभग 77 कैलोरी प्रदान करता है। उनमें थोड़ा वसा होता है (केवल 0.1 ग्राम प्रति 100 ग्राम) और कोई कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है।

    प्याज़ (Onion)

    प्याज़ मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे पुरानी खाद्य सामग्री में से एक है जिसका उपयोग व्यंजनों और तैयारियों की एक विस्मयकारी सरणी में किया जाता है। चाहे वह आपका पसंदीदा सलाद हो या मुंह में पानी लाने वाली ग्रेवी या करी! यह अपने स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और उपचारात्मक गुणों के लिए प्राचीन काल से पारंपरिक दवाओं में भी उपयोग में लाया जाता है।

    प्याज़ में कैलोरी और वसा बहुत कम होती है। 100 ग्राम प्याज़ में सिर्फ 40 कैलोरी होती है। हालांकि, घुलनशील आहार फाइबर में प्याज़ समृद्ध है।

    कुम्हड़ा / कोंहड़ा (Pumpkin)

    कद्दू का फल व्यापक रूप से उगाई जाने वाली सब्जियों में से एक है जो अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन से भरपूर है। हालांकि इसमें कैलोरी कम होती है, फिर भी इसमें विटामिन-ए और एंटीऑक्सिडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।

    वसंत प्याज़ / हरा प्याज़ (Scallions / Spring Onion / Onion Leaves)

    सामान्य तौर पर, वसंत प्याज (हरा प्याज़) युवा प्याज़ होते हैं, अपरिपक्व पौधे के बड़े होने से बहुत पहले काटे जाते हैं और इसके तने
    का उपयोग सब्ज़ियों में किया जाता है।

    परवल (Pointed Gourd)

    यह नुकीली लौकी जैसी होती है, जिसे आमतौर पर परवल के नाम से जाना जाता है। यह भारत के उत्तरी भारत-गंगा के मैदानों में व्यापक रूप से उगाई जाती है।

    पपीता (Papaya)

    यह विदेशी फल कई स्वास्थ्य लाभकारी पोषक तत्वों से भरा हुआ है। यह अपने पोषण, पाचन और औषधीय गुणों के लिए फल प्रेमियों के पसंदीदा में से एक है। यह शायद मध्य अमेरिका में उत्पन्न हुआ माना जाता है। पपीता जब कच्चा होता है और इसके पकने से पहले इसका उपयोग सब्ज़ियों में किया जाता है।

    मटर (Peas)

    मटर की उत्पत्ति संभवतः उत्तर पश्चिम भारत के उप-हिमालयी मैदानों में हुई है। मटर की बहुमुखी फलियां समशीतोष्ण और अर्ध-उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाई जाने वाली प्रमुख व्यावसायिक फसलों में से एक हैं।

    कच्चा केला (Raw Banana)

    फाइबर से भरपूर कच्चे केले की खेती भारत के दक्षिणी भागों में व्यापक रूप से की जाती है। ये ब्लड शुगर को बनाए रखने में मदद करते हैं और दिल को स्वस्थ रखने में भी मदद करते हैं।

    हरी चोलाई (Amaranth Leaves)

    हरी चोलाई के पत्ते बैंगनी और लाल से लेकर हरे या सुनहरे रंग की कुछ किस्मों के होते हैं। ये हिमालय की तराई में और दक्षिण भारत के तटों पर पाए जाते हैं। हरी चोलाई के साग और मुख्यतः इनके बीजों को बहुत ज़्यादा स्वास्थ्य लाभ के कारण सुपरफूड की श्रेणी में रखा जाता है।

    टिंडा (Apple Gourd, Baby Pumpkin, Raound Gourd)

    टिंडा को इंग्लिश में Apple Gourd, Baby Pumpkin, Raound Gourd से जाना जाता है। ये भारत, पाकिस्तान और कुछ पूर्वी अफ्रीकी देशों में सब्जी के रूप में खाए जाने वाले Cucurbitaceous परिवार में एक छोटा, चपटा-गोल फल है।

    लौकी (Bottle Gourd)

    लौकी का पौधा एक लता होती है जिसपर लौकियाँ फलती है . लौकी दो प्रकार की होती है -लम्बी बेलनाकार लौकी तथा गोल लौकी. कइ जगहों पर लौकी को घिया भी कहा जाता है. लौकी सेहत के लिए बहुत फायेदेमंद माना जाता है . लौकी में कई ऐसे गुण होते है जो शारीर के कई रोगों को दूर रखते है. लौकी शारीर में विटामिन बी, विटामिन सी आयरन और सोडियम की कमी को पूरा करने में मदद करती है. लौकी में आयरन की आधिक मात्रा होने के कारन ये हीमोग्लोबिन की कमी को भी पूरा करती है.

    बैगन (Brinjal)

    बैगन एक सब्जी है. भारत विश्व में बैगन की दूसरी सबसे आधिक पैदावार करने वाला देश है. ये बैंगनी, हरा या सफ़ेद रंग का पाया जाता है. बैगन में फाइबर , पोटैशियम, विटामिन सी, विटामिन बी-सिक्स और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते है इस वजह से ये ह्रदय सवास्थ के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है. इसमें पोटैशियम पाए जाने के कारण ये शरीर के कोलेस्टोरल स्तर को बढ़ने नही देता.

    गोभी (Kohlrabi)

    गांठ गोभी तीन प्रकार की पाए जाने वाली गोभी में से एक हैं. गंथ गोभी पत् गोभी के आकर का ही होता हैं. ये आखों की रौशनी को तेज करने के लिए बहुत ही फायदेमेंद होता हैं. ये मोतियाबिंद की रोकथाम के लिए बहुत ही उपयोगी माना जाता हैं. इसमें मेंग्लूकोज,आयरन,मैग्नीशियम, पोटेशियम और कैल्शियम पाया जाता हैं.

    हरी गोभी (broccoli)

    ब्रोकोली गोभी परिवार में एक हरा खाद्य पौधा है जिसके बड़े फूल वाले सिर, डंठल और छोटे जुड़े पत्ते सब्जी के रूप में खाए जाते हैं। इसे कच्चा या पका कर खाया जाता है। ब्रोकोली विटामिन सी और विटामिन के का एक विशेष रूप से समृद्ध स्रोत है। इसके विशिष्ट सल्फर युक्त ग्लूकोसाइनोलेट यौगिकों, आइसोथियोसाइनेट्स और सल्फोराफेन की सामग्री उबालने से कम हो जाती है लेकिन भाप, माइक्रोवेविंग या हल्की-फ्राइंग द्वारा बेहतर संरक्षित कर खा सकते हैं ।

    बंद गोभी (Cabbage)

    पत्ता गोभी एक प्रकार की सब्जी है जो कोमल हरे पत्तो से बंधा होता है. इसका इस्तेमाल कई तरह के वयंजन बनाने के लिए किया जाता हैं. इसका इस्तेमाल सलाद के तौर पे भी किया जाता हैं. ये कैंसर और ह्रदय रोग की रोकथाम के लिए बहुत ही उपयोगी है. इसमें फाइबर और कैलोरी कम होने के कारन शारीर के वजन को नियंत्रित रखता हैं. पत्ता गोभी में एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन सी भरपूर मात्रा में होने के कारन त्वचा के लिए बहुत फायेदेमंद होता हैं.

    भिंडी (Lady Finger)

    भिंडी एक प्रकार की सब्जी हैं जिसकी लम्बाई उँगलियों जितनी होती हैं. भिंडी में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं जो शारीर के पाचन तंत्र के लिए बहुत उपयोगी होता हैं.इसे खाने से कब्ज और गेस जैसी समस्या नहीं होती. भिन्डी में विटामिन के भी पाया जाता हैं जो हड्डीयों को मजबूत बनता हैं. ये गठियां रोग से पीड़ित लोगों के लिए बहुत उपयोगी हैं.

    शिमला मिर्च (Capsicum)

    शिमला मिर्च एक ऐसी सब्जी है जिसका प्रयोग सलाद या भोजन में सब्जी के रूप में किया जा सकता हैं. शिमला मिर्च लाल, हरे और पीले रंग के पाए जाते हैं. इसमें विटामिन ए,विटामिन सी, विटामिन के और फाइबर पाया जाता हैं.ये शारीर में आयरन की कमी को पूरा करता है साथ ही ब्लड सुगर के स्तर को बनाये रखने में मदद करता हैं.

    भथुआ साग (Wild Spinach)

    बथुआ एक हरी पत्ती वाली सब्जी हैं. बथुआ में विटामिन ए,कैल्शियम,फॉस्फोरस और पोटैशियम पाए जाते हैं. पेट से संबधित बीमारी जैसे भूख में कमी आना,खाना देर से पचना,खट्टी डकार में बथुआ बहुत ही उपयोगी माना जाता हैं. बथुआ शारीर को ठण्ड झेलने के लिए मजबूत बनता हैं इसलिए खासकर सर्दियों में इसे खाने की सलाह दी जाती हैं.

    केले का फूल (Banana Flower)

    हम सभी जानते हैं की केले बहुत ही सवादिष्ट और सेहत के लिए बहुत ही फायेदेमंद होता हैं. केले के साथ साथ केले का फूल भी बहुत गुणकारी होता हैं. केले के फूल में बहुत ही औषधी गुण पाए जाते हैं. इसमें फाइबर, प्रोटीन ,पोटैशियम,कैल्शियम ,तांबा,फॉस्फोरस,लोहा,मैग्नीशियम,और विटामिन इ पाए जाते हैं.केले के फूल को पका के सब्जी या सूप के तौर पर इस्तेमाल किया जाता हैं.

    बरबटी (Beans)

    बरबटी लम्बी और पतली आकार की हरी सब्जी हैं. इसमें विटामिन ए.विटामिन सि, विटामिन के और विटामिन बी ६ पाया जाता हैं. साथ ही इसमें फोलिक एसिड, कैल्शियम, प्रोटीन ,बीटा केरोटिन,कॉपर आदि होता हैं जो हमारे आखों,हड्डीयों और प्रतिरक्षा तंत्र के लिए बहुत ही लाभकारी होता हैं.

    चुकंदर (Beetroot)

    चुकंदर एक ऐसा पौधा हैं जिसका रंग लाल, गुलाबी या हल्का पिला होता है.
    भारतीय खाने में चुकंदर का बहुत आधिक इस्तेमाल किया जाता हैं. इसे कच्चा सलाद के रूप में या पका के सब्जी के तौर पर खाया जाता हैं. भारतियों में इसके आचार भी बहुत प्रसिद्ध हैं. इसमें विटामिन बी, विटामिन सी ,फॉस्फोरस,कैल्शियम और प्रोटीन पाया जाता हैं. चुकंदर औषधि गुण से भरपूर हैं इसलिए इसके पत्तियों का भी उपयोग किया जाता हैं. चुकंदर एंटीऑक्सीडेंट का बढ़िया श्रोत है. इसे खाने से शारीर के खून साफ़ होते हैं साथ ही शारीर में ऑक्सीजन बढाने में भी मददगार साबित होता है.

    करेला (Bitter gourd)

    करेला पतली और लम्बी बेल पर लगने वाली सब्जी हैं. ये हरे रंग की होती हैं. करेला में उभरे हुए दाने जैसे होते हैं और इसके अन्दर बीज होते हैं. इसका सवाद कड़वा होता हैं जिस वजह से बहुत से लोग इसे खाना पसंद नही करते. पर करेला में बहुत से पोषक तत्वा पाए जाते हैं जो शारीर के लिए बहुत लाभकारी होता हैं जैसे विटामिन बी १,विटामिन बी२ , विटामिन बी३, विटामिन सी, जिंक आदि. इसमें आयरन और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसका सेवन करने से पाचन क्रिया सही होता है. इसे पका के सब्जी के तौर पर खाया जाता है.

    काली गाजर (Black Carrot)

    काली गाजर भी अन्य रंगों के गाजर की तरह बहुत प्रचलित हैं.जिस तरह लाल, नारंगी और पिली गाजर में बीटा कैरोटीन की मात्रा आधिक होती हैं उसी तरह कलि गाजर में एन्थोसायनिन की मात्रा आधिक होती हैं.एन्थोसायनिन एक एंटीऑक्सीडेंट् हैं जो शारीर में ह्रदय रोगों और मोटापे को रोकने में मदद करती हैं. काली गाजर में पोटैशियम, फाइबर,विटामिन ए, विटामिन सी,विटामिन बी जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो शारीर के रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढाता है .

    गाजर (Carrots)

    गाजर एक सब्जी हैं. ये कई रंगों की पाई जाती हैं . भारत में सबसे ज्यादा प्रचलित लाल और नारंगी रंग के गाजर हैं . इसका उपयोग कच्चा या पकाकर किया जाता हैं. ठंडी के मौसम में पुरे भारतवर्ष में गाजर का हलवा बहुत चाव से खाया जाता हैं. ये शारीर के लिए बहुत लाभदायक होता हैं. इसमें बीटा कैरोटीन,फाइबर ,पोटैशियम, विटामिन के और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं. गाजर शारीर के पाचन क्रिया और आखों के लिए बहुत गुणकारी मने जाते हैं.

    फूल गोभी (Cauliflowder)

    फूल गोभी एक सब्जी हैं जिसे पकाकर सब्जी की तरह खाया जाता हैं. फूल गोभी का आचार भी तैयार किया जाता हैं .इसमें प्रोटीन, कैल्शियम,फॉस्फोरस,विटामिन ए,विटामिन सी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं .फूल गोभी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता हैं.फूल गोभी ह्रदय स्वस्थ के लिए बहुत लाभकारी होता हैं . ये कैंसर के रोकथाम के लिए भी बहुत उपयोगी हैं.हालांकि जिन्हें गैस और थाइरोइड की समस्या है उन्हें फूल गोभी खाने से मना किया जाता हैं या सिमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है.

    अजवाइन (Celry)

    अजवाइन एक ऐसा वनस्पति हैं जिसे मसाला और औषधि दोनों रूप में इस्तेमाल किया जाता हैं. अजवाइन के बीज लगभग हर भारतीय घरों में पाया जाता हैं. अजवाइन के बीज ही नहीं बल्कि इनके पत्तो का भी उपयोग औषधी रूप में किया जाता हैं.अजवाइन में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. अजवाइन का इस्तेमाल पेट सम्बन्धी बीमारी जैसे गैस ,एसिडिटी आदि से मुक्ति पाने के लिए किया जाता हैं. साथ ही अजवाइन के पत्तो में भी एंटीऑक्सीडेंट, एंटी कैंसर, एंटीबायोटिक जैसे गुण पाए जाते हैं. इसके पत्ते गठिया के रोगी के लिए बहुत ही उपयोगी माना जाता है.

    अरबी पत्ते (Colocasia)

    अरबी की तरह अरबी के पत्ते भी बहुत गुणकारी होते हैं. कुछ लोग अरबी के पत्तो की सब्जी बना के खाते हैं तो कुछ लोग इसके पत्तों की पकोड़े बना के खाते हैं. अरबी के पत्तों में विटामिन ए, फोस्फोरस,कैल्शियम ,आयरन और बिटा कैरोटिन पाए जाते हैं.
    ये पत्तियां आखों के स्वस्थ के लिए बहुत ही उपयोगी हैं. मधुमेह रोगियों को इसे खास खाने की सलाह दी जाती है.

    अरबी (Colocasia Root)

    अरबी को भारत में कई नामों से जाना जाता है. ये आसानी से पाई जाने वाली सब्जी है. लोग इसकी सुखी सब्जी और रसेदार सब्जी जैसे कई सवादिष्ट व्यंजन बनाकर खाते हैं. अरबी को बहुत ही गुणकारी माना जाता हैं. इसमें फाइबर, प्रोटीन, विटामिन सी, कैल्शियम और आयरन पाया जाता है. साथ ही इसमें पोटैशियम और मेग्नेसियम पाए जाने के कारण ये रक्तचाप को नियंत्रित रखता है. अरबी में बहुत ही कम कैलोरी होने के कारन ये वजन को भी नियंत्रित रखता है. इसे खाने से सुगर भी हमेशा नियंत्रित रहता है.

    धनिया पत्ते (Coriander leaf)

    धनिया के हरे और ताजे पत्ते लगभग हर भारतीय व्यंजन में डाला जाता है. इसका इस्तेमाल व्यंजन को स्वादिष्ट और सजाने के लिए किया जाता है. ताजे धनिया पत्ते की खूशबू व्यंजन को और भी सवादिष्ट बना देता हैं. पर धनिया के पत्ता केवल व्यंजन को बेहतरीन करने के लिए ही नहीं जाना जाता बल्कि ये अपने औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है . धनिया के पत्तों में भरपूर मात्रा में मेगनीसियम, आयरन, विटामिन सी, विटामिन के, प्रोटीन आदि पाया जाता है. इसका सेवन करने से पेट सम्बन्धी रोग जैसे -गैस,बदहजमी ,पेट मे दर्द आदि परेशानियों से आराम मिलता है. ये लीवर की सक्रियता को बढाने में मदद करता हैं साथ ही पाचन तंत्र के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है.भारतीयों में धनिया के हरे पत्ते की चटनी बहुत प्रचलित है.

    खीरा (Cucumber)

    गर्मियों में बड़े छोटे सभी को खीर खाने की सलाह दी जाती है. इसका मुख्य कारण ये हैं की खीरा में ८० प्रतिशत पानी होता है .खीरा हमारे शारीर में पानी की कमी को पूरा करता हैं. खीरा खाने से हमारा शारीर हाइड्रेट रहता है और हमारी प्यास बुझाता हैं.खीर में विटामिन सी और बीटा केराटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं. इसमें पोटैशियम, मेग्नेसियम और सिलिकॉन भी पाए जाते हैं .साथ ही बहुत कम लोग जानते होंगे की हर दिन खीरा का सेवन करने से कैंसर जैसे बीमारी को रोका जा सकता है.

    ककड़ी (Cucumber)

    खीरा की तरह ही ककड़ी में भी पानी की मात्रा आधिक होने के कारण इसे गर्मियों में खाने की सलाह दी जाती है. ककड़ी में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, पोटैशियम, ल्युटिन, फाइबर जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. ककड़ी हमारे त्वचा और बालों के लिए बहुत उपयोगी है. इसे रोजाना सेवन करने से हमारे त्वचा और बाल चमकदार होते हैं. विटामिन के आधिक मात्रा में होने के कारण ये हमारे हड्डीयों को मजबूती देता है. इसका नियमित सेवन करने से कोलेस्ट्रोल और रक्तचाप का स्तर सामान्य रहता है.

    सहजन (Drumstick)

    जिमीकंद / ओल / सूरन (Elephant Foot Yam)

    जिमीकंद कंद के रूप में पाया जाता है. जिमीकंद की सबसे बड़ी खासियत ये है की इसे जड़ से काटने या निकल लेने के बाद भी उसी जड़ से ये अपने आप ही उग जाता है. लोग इसे सब्जी के तौर पर पका कर खाते हैं. जिमीकंद बहुत से पोषक तत्वों से
    भरपूर होता है जिस वजह से ये शारीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है.जिमीकंद मे पोटैशियम, मैग्नीशियम,कैल्शियम, फॉस्फोरस,फाइबर,विटामिन सी, विटामिन बी-६, विटामिन बी-१, फोलिक एसिड आदि पाए जाते हैं.

    मेथी (Fenugreek)

    मेथी एक छोटा पौधा होता है जिसकी पत्तियां और दाने दोनों का सेवन किया जाता है. सर्दियों के मौसम में ये खास पाया जाता है. मेथी के ताजे हरे पत्तों का साग भारतीय अपने खाने में बहुत पसंद करते हैं. मेथी के साग के साथ साथ मेथी के दानो का भी उपयोग कई व्यंजनों में किया जाता है. मेथी में आयरन,कैल्शियम, फोस्फोरस,एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे गुण पाए जाते हैं. मेथी के दानो का उपयोग केवल मसालों के लिए ही नही बल्कि कई औषधि रूप के लिए भी किया जाता है. कई घरों में प्रसूता स्त्री को मेथी के लड्डू विशेष तौर पे दिए जाते हैं.

    फ़रस बीन (French Beans)

    फरस बीन एक तरह की सब्जी हैं जिसे पकाकर सब्जी की तरह खाया जाता है. फरस बीन्स स्वस्थ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है. होमियोपैथी दवाओं में भी इसका उपयोग कई बीमारी के इलाज के लिए किया जाता है. इसमें विटामिन बी २ और फाइबर का अच्छा स्रोत माना जाता है जो ह्रदय रोगियों के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है. इसमें कैल्शियम, आयरन, थायमिन,विटामिन सी आदि भी पाए जाते हैं.

    ये आखों और पेट के स्वस्थ के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है. फरस बीन्स की खासियत ये है की इसे बहुत ही आसानी से कही भी उगाया जा सकता है और ये पुरे साल बाज़ार में मिलती हैं.

    लहसुन (Garlic)

    लहसुन एक ऐसी प्रजाति हैं जिसकी गंध बहुत तेज होती हैं और स्वाद तीखा होता है. हालाँकि पकने के बाद इसका स्वाद बदल जाता है और व्यंजन को स्वादिष्ट बनता है. लहसुन अपने एंटीऑक्सीडेंट,एन्टीफंगल और एंटीवायरल जैसे औषधि गुण के लिए जाना जाता है. लहसुन में विटामिन सी ,विटामिन बी,सेलेनियम,कैल्शियम आदि भी पाए जाते हैं. लहसुन हमारी पाचन क्रिया को मजबूत बनता है. डायबिटीज और टीबी जैसी बीमारी को रोकने में मदद करता है. खासी सर्दी में इसका उपयोग कई तरह से किया जाता है.

    आमला / आवंला (Gooseberry)

    आवंला एक फल है. इनका स्वाद खट्टा होता है. ये आकर में गोल होता है. ये हरा या हलके पीले रंग का होता है और पकने पर लाल रंग का हो जाता है. आवंला का उपयोग कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है. भारत में आवंले की चटनी, मुरब्बा, आचार बहुत प्रचलित है. कई लोग आवंले का जूस औषधिय तौर पर कई बीमारी के रोकथाम के लिए भी करते हैं. इसमें विटामिन सी, विटामिन एबी काम्प्लेक्स, फाइबर, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन आदि पाए जाते हैं.ये शारीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है.

    अदरक (Ginger)

    अदरक जमीन के निचे पाई जाती है. इसकी झाडी लगभग दो या तीन फीट की होती हैं और जड़ पीले रंग की होती हैं.अदरक एक चमत्कारी औषधी के रूप में जाना जाता है. इसका स्वाद बहुत ही तीखा और मसालेदार होता है. मसाले और दावा दोनों ही रूप में अदरक का उपयोग लगभग हर देश में किया जाता है. अदरक में विटामिन ए, विटामिन डी, आयरन, जिंक, कैल्शियम आदि पोषक तत्व पाये जाते हैं. भारत में मामूली सर्दी खासी जैसे वायरल इन्फेक्शन के लिए कच्चे आदरक का सेवन लगभग हर घर पे किया जाता है. आदरक अस्थमा, कैंसर, मधुमेह जैसे रोग के लिए फायदेमंद माना जाता है.

    चने के पत्ते (Gram Leaves)

    भारत में चने के पत्ते का साग सर्दियों में जमकर खाया जाता है. चने के पत्ते का साग रोटी, पराठे, भाकरी आदि के साथ बहुत पसंद किया जाता है. चने के पत्ते में फाइबर, कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, विटामिन्स, कार्बोहायड्रेट आदि पाया जाता है. चने के पत्ते में प्रोटीन की मात्रा आधिक होने के कारन ये हमारे शारीर में प्रोटीन की आपूर्ति को पूरा करता है. ये कब्ज ,मधुमेह ,पीलीया जैसे रोगों के लिए बहुत फायदेमंद होता है.

    हरी मिर्च (Green Chili)

    हरी मिर्च अपने तीखेपन के लिए जाना जाता है. पर बहुत कम लोग ही जानते होंगे की हरी मिर्च का सेवन स्वस्थ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है. हालांकि, इसे सीमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है. इसका ज्यादा सेवन करने पर पेट में जलन पैदा कर सकता है. हरी मिर्च में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, कॉपर, आयरन, पोटैशियम, प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट आदि पाए जाते हैं. हरी मिर्च पाचन क्रिया के लिए बहुत ही लाभदायक माना जाता है. इसे खाने से खाना आसानी से और जल्दी पच जाता है.

    हरा खीरा (Green Cucumber)

    विश्वास किया जाता है कि ककड़ी की उत्पत्ति भारत से हुई। इसकी खेती की रीति बिलकुल तरोई के समान है, केवल उसके बोने के समय में अंतर है। यदि भूमि पूर्वी जिलों में हो, जहाँ शीत ऋतु अधिक कड़ी नहीं होती, तो अक्टूबर के मध्य में बीज बोए जा सकते हैं, नहीं तो इसे जनवरी में बोना चाहिए। ऐसे स्थानों में जहाँ सर्दी अधिक पड़ती हैं, इसे फरवरी और मार्च के महीनों में लगाना चाहिए। इसकी फसल बलुई दुमट भूमियों से अच्छी होती है। इस फसल की सिंचाई सप्ताह में दो बार करनी चाहिए। ककड़ी में सबसे अच्छी सुगंध गरम शुष्क जलवायु में आती है। इसमें दो मुख्य जातियाँ होती हैं – एक में हलके हरे रंग के फल होते हैं तथा दूसरी में गहरे हरे रंग के।

    आमड़ा (Hog Plum)

    आमडा एक हरे रंग का फल हैं जिसका स्वाद खट्टा होता है. ये भारत के अलग अलग जगह पे अलग अलग नामों से जाना जाता है,जैसे -आम्बा,आम्रातक,आम्र इत्यादि. लोग इसकी सब्जी ,चटनी ,आचार के तौर पर खाते हैं. ये सवादिष्ट होने के साथ साथ स्वस्थ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है. गर्मियों के मौसम में आमडा के सरबत लगभग हर घर में बनाये जाते हैं.ये शारीर को ठंडा रख लू लगने से बचाता हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.

    कुंदरु (Ivy Gourd)

    कुंदरू एक हरे रंग की सब्जी हैं. ये बेल पर लगते हैं जिसकी लम्बाई करीब तीन से पांच मीटर की होती हैं.लोग इसे पका के सब्जी बनाकर खाते हैं.कई लोग इसका सेवन चटनी बनाकर भी करते हैं. कुंदरू में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं. इसमें कैल्शियम, फाइबर , और विटामिन की भरपूर मात्रा होने की वजह से इसे स्वस्थ के लिए बहुत अच्छा मन जाता है.

    कटहल (Jackfruit)

    कटहल एक ऐसा फल है जो आकर में फलों में सबसे बड़ा होता है. कटहल का बाहरी भाग नुकीली और दानेदार होती हैं. कटहल जब पक जाता तो इसका अंदरूनी भाग पीले रंग का हो जाता है और इसका स्वाद बहुत ही मीठा और सवादिष्ट होता है. कच्चे कटहल का पका के सब्जी बनायीं जाती है जो पुरे भारत में बहुत ही ज्यादा पसंद किया जाता है. बहुत से लोग कटहल का आचार बनाके पुरे साल इसे अलग अलग व्यंजन के साथ सेवन करते हैं.कटहल अन्दर से रसेदार होने के कारन इसमें आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है. इसके अलावा कटहल में पोटैशियम, कैल्शियम, जिंक, विटामिन ए, विटामिन सी आदि भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं. ये रक्तचाप और ह्रदय के स्वस्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है.

    कच्चा आम (Keri Mango)

    गर्मियों के मौसम में कच्चा आम बहुत पसंद किया जाता है. इसके अलग अलग स्वादिस्ट व्यंजन बनाये जाते हैं जैसे चटनी,आमपन्ना, आचार, शरबत आदि. कच्चा आम स्वादिस्ट होने के साथ साथ स्वस्थ के लिए बहुत उपयोगी भी होता है. कच्चा आम में फाइबर का अच्छा श्रोत पाया जाता है. इसमें कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन इ भी पाए जाते हैं जो स्वस्थ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है. गर्मियों के मौसम में कच्चे आम के सरबत का सेवन करने से लू लगने की आशंका कम हो जाती है. मधुमेह के रोगियों ले लिए ये बहुत ही लाभदायक होता है.

    निंबू (Lemon)

    नींबू एक ऐसा फल हैं जो हर घर पे और हर मौसम में पाया जाता है. ये हरे और पीले रंग का होता है.भारत में लोग इसे अलग अलग प्रकार से व्यंजन में शामिल करते हैं. कई लोग नींबू के आचार बनाकर साल भर तक सेवन करते हैं. नींबू का उपयोग कई तरह के घरेलु रोग को ठीक करने के लिए भी किया जाता है. मोटापे को कम करने के लिए नींबू का उपयोग करने की सलाह दी जाती है. ये अन्य बीमारी जैसे पेट दर्द ,पित,कफज,मसूड़े से जुडी परेशानियाँ , गले की परेशानियाँ आदि के लिए भी बहुत लाभकारी हैं. इसमें विटामिन सी का प्रमुख श्रोत होने के कारन ये शारीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है.

    पुदीना (Mint)

    पुदीना एक ऐसा खुसबूदार पौधा हैं जो बारह महीने होते हैं. पुदीना के कई औसधि गुण होते हैं. पुदीना की तासीर ठंडी होती हैं इस कारण गर्मियों के मौसम में पुदीने का सेवन करने की सलाह दी जाती है. ये पेट को ठंडा रख कर वात, पित्त और कफ जैसे परेशानियों से रहत दिलाती है. पुदीना का सेवन करने से पाचन तंत्र हमेशा स्वस्थ रहता है. लू से बचने के लिए लोग हमेशा गर्मियों में पुदीना के चटनी या शरबत का सेवन करते हैं. पुदीना में आयरन,प्रोटीन, कोपर , मेंथोल, विटामिन ए जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं.

    कचडी (Mouse Melon)

    कचडी तरबूज की तरह दीखता हैं पर ये आकर में बहुत छोटा होता है. इसके फूल पीले रंग के होते हैं. लोग इसे पकाकर सब्जी की तरह अन्य व्यंजनो के साथ सेवन करते हैं. वैसे तो ये हर जगह पाया जाता है पर राजस्थान और इसके आस पास के प्रदेश में ये ज्यादा प्रचलित है. कचडी को आयुर्वेद में बहुत ही गुणकारी बताया गया हैं. ये कब्ज,कफ,जुखाम जैसे परेशानियों में बहुत लाभदायक होता है.

    कुकुरमुत्ता (Mushroom)

    कुकुरमुत्ता एक प्रकार का फंगस हैं जो जमीं पे होते हैं और खाने पे बहुत ही स्वादिस्ट होता है. इसका इस्तेमाल लोग पकाकर सब्जी के तौर पर करते हैं. कुकुरमुत्ता को सेहत के लिए रामबाण माना जाता है. इसमें एंटी-ओक्सिदंट्स, प्रोटीन्स, विटामिन डी, सेलेनियम, जिंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. ये स्तन कैंसर जैसी गंभीर बिमारियों को रोकता हैं साथ ही शारीर के ब्लड सुगर लेवल को कण्ट्रोल रखता हैं. पर इसे खाने से पहले ध्यान रखना चाहिए की कुकुरमुत्ता किसी अच्छे दुकान या स्टोर से ही ख़रीदा गया हो. कुकुरमुत्ता अनेक प्रकार के होते हैं. इसमें एक जंगली कुकुरमुत्ता भी होता है जो शारीर के लिए बहुत नुकसानदेह और जहरीला होता है. इसकी सब्जी बनाने से पहले हमेशा इसे अच्छे से धो के साफ़ कर लेना चाहिए.

    सरसों का साग (Mustard Leaf)

    हम सब जानते हैं की साग सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इनमे से एक सरसों का साग होता है जो फायदेमंद होने के साथ साथ खाने में बहुत ही स्वादिस्ट होता है. वैसे तो सरसों का साग भारत के हर राज्य में पाए जाते हैं पर ये सबसे ज्यादा प्रचलित पंजाब में हैं. ठंड के मौसम में लोग सरसों के साग को पकाकर मक्के की रोटी के साथ खाया जाता है. सरसों के साग में कैल्शियम,पोटैशियम, मिनरल्स, वितामिन्स्फिबेर, प्रोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. ये हड्डीयों के रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है. ये आखों और दिल के स्वस्थ के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है.

    लाल गोभी (Red Cabbage)

    लाल गोभी का आकर हरे गोभी की तरह ही होता है पर इसका रंग लाल होता है. स्वाद में ये हलकी मीठी होती हैं. लोग इसे सलाद के तौर पर इस्तेमाल करते हैं पर कई लोग इसे पकाकर सब्जी की तरह भी खाना पसंद करते हैं.ये स्वादिस्ट होने के साथ साथ बहुत ही पोष्टिक होता है. लाल गोभी में कैल्शियम, मेग्नेसियम, फोलेट, पोटैशियम, फाइबर, विटामिन सी, विटामिन इ, विटामिन बी, एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. लाल गोभी शारीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है. ये शारीर में खून की कमी को पूरा करता है.

    नेनवा / तुरई (Ridge Gourd)

    नेनवा एक सब्जी है. इसे अलग अलग जगह में अलग अलग नामों से जाना जाता है जैसे गिलकी,घेवडा, तुरई आदि. नेनवा में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम, फोलेट, कार्बोहायड्रेट, विटामिन ए, विटामिन बी आदि पाए जाते हैं. फाइबर की मात्रा आधिक होने के वजह से ये मधुमेह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. ये पेट की होने वाली समस्या जैसे कब्ज आदि क्र लिए बहुत लाभदायक होता है.

    सलाद की हरी पत्तीयां (Salad Green Leaves)

    हरी पत्ती लेट्यूस एक ढीला गुच्छा बनाता है और अपने हल्के स्वाद के लिए जाना जाता है।

    सलाद के साग में विटामिन ए, विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन, कैल्शियम, फोलेट, फाइबर और फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं (तालिका 1 देखें)। पत्तेदार सब्जियां स्वस्थ आहार के लिए एक अच्छा विकल्प हैं क्योंकि उनमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है और कैलोरी और सोडियम में स्वाभाविक रूप से कम होते हैं।

    सनई के फूल (Sunn / Sunn Hemp)

    सनई एक तरह का पौधा है जिसके फूल का उपयोग लोग पका के सब्जी की तरह सेवन करते हैं. इस पौधे की छोटी और बड़ी कलियाँ दोनों ही उपयोग में लायी जाती है. ये औषधीय पौधा होने की वजह से इसका उपयोग दुनियाभर में किया जाता है. इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस, फाइबर की भरपूर मात्रा पायी जाती है. ये हड्डीयों को मजबूती देता है. इसका सेवन करने से कैंसर और मधुमेह जैसी बिमारियों को नियंत्रण में रखा जा सकता है.

    चिचिण्डा (Snake Gourd)

    चिचिंडा एक सब्जी है जिसका आकर सांप जैसी लम्बी होती हैं. ये हलके हरे रंग की होती हैं. इसका स्वाद कड़वा होता हैं पर पकाने पर इसकी कडवाहट हलकी कम हो जाती है. चिचिंडा में प्रोटीन,फैट,विटामिन्स,कार्बोहायड्रेट, मिनरल्स, सोडियम, मेग्नेसियम, फॉस्फोरस, जिंक आदि पाए जाते हैं. ये मधुमेह और पीलीया रोगियों के लिए बहुत ही लाभदायक माना जाता है.

    सोयाबीन (Soybeans)

    सोयाबीन एक प्रकार की दलहन की फसल मानी जाती है. इसके बीज हलके घिया रंग के होते हैं. इसे प्रोटीन का बहुत ही अच्छा श्रोत माना जाता है. प्रोटीन के अलावा इसमें विटामिन सी, फाइबर, विटामिन के जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. सोयाबीन का सेवन करने पर कैंसर, मधुमेह और ह्रदय सम्बन्धी बिमारियों से बचा जा सकता है. साथ ही येरा शारीर के वजन, रक्तचाप और कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखता है.

    पालक साग (Spinach)

    पालक एक प्रकार की हरी पत्तीदार सब्जी है जिसे लोग पकाकर इसका सेवन करते हैं. कई लोग इसे सूप और सलाद के तौर पर भी इस्तेमाल करते हैं. पालक हमारे स्वस्थ के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है. इसमें प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के,आयरन,मेग्नेसियम आदि पाए जाते हैं. पालक हमारे आखों की रौशनी बढाने में फायदेमंद माना जाता है. अपने शारीर में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए पालक को एक अच्छा श्रोत माना जाता है. महिलाओं को खासकर पालक का सेवन करने की सलाह दी जाती है.

    शकरकंद (Sweet Potato)

    सकरकंद आलू की ही तरह मिटटी के निचे लगता हैं पर आलू से कही आधिक पोषक तत्व सकरकंद में पाए जाते हैं. शकरकंद शारीर को गर्म रखने में मदद करता हैं इस वजह से इसका सेवन सर्दियों में ज्यादा किया जाता है.

    कचालू (Taro Root)

    टमाटर (Tomato)

    शलगम (Turnip)

    सिंघाड़ा (Water Chestnut)

    सफ़ेद बैगन (White Brinjal)

    मूली (White Radish)

    बांस की कोपलें / करील (Bamboo Shoot, Asparagus)

    100 Types of Vegetables Name List in Hindi & English

    HindiEnglishDiction (उच्चारण)
    आलूPotatoपोटैटो
    टमाटरTomatoटोमेटो
    बैगनBrinjalब्रिंजल
    फूल गोभीCauliflowerकॉलीफ्लॉवर
    अदरकGingerजिंजर
    मटरPeasपीज
    प्याजOnionऑनियन
    भिन्डीLady Fingerलेडी फिंगर
    हल्दीTurmericटर्मेरिक
    गाजरCarrotकेरट
    मूलीRadishरेडिश
    लहशुनGarlicगार्लिक
    हरा प्याज/गंठाGreen Onionग्रीन ऑनियन
    धनिया पत्ताCoriander Leafकोरीएंडर लीफ
    पालकSpinachस्पिनच
    पुदीनाPeppermintपेपरमिंट
    करेलाBitter Gourdबिटर गार्ड
    बंदगोभीBrussel sproutब्रूसेल स्प्राऊट्स
    सुरनElephant footएलिफंट फूट
    कढ़ी पत्ता/मीठा नीमCurry Leafकरी लीफ
    हरी मेथीFenugreek Leafफेनुग्रीक लीफ
    बैगनEggplantएगप्लांट
    पत्ता गोभीCabbageकैबेज
    लाल पत्तागोभीRed cabbageरेड कैबेज
    हरी गोभीBroccoliब्रोकोली
    मिर्चChilliचिल्ली
    हरी मिर्चGreen Chilliग्रीन चिल्ली
    लाल मिर्चRed Chilliरेड चिल्ली
    काली मिर्चBlack Pepperब्लैक पीपर
    शिमला मिर्चCapsicumकैप्सिकम
    शिमला मिर्चBell Pepperबेल पीपर
    नींबूLemon, Limeलेमन,लाइम
    चनाChickpeas, Gramचिकपीस, ग्राम
    चकुंदरBeetrootबीटरूट
    खीराCucumberकुकुम्बर
    मक्काMaizeमाईज
    मकईCornकॉर्न
    रतालूYamयाम
    हरा प्याज/गंठाSpring Onionस्प्रिंग ऑनियन
    सरशो पत्ताMustard Greensमस्टर्ड ग्रीन्स
    तुरईRidge Gourdरिज गार्ड
    गवार फलीCluster Beansक्लस्टर बीन्स
    लौकी/घियाBottle Gourdबोटल गार्ड
    अरारोट/शिशुमुलArrowrootअरोरूट
    चौराई की सब्जीAmaranthएमरंथ
    शकरकंद/मीठा आलूSweet Potatoस्वीट पोटैटो
    घिया, कद्दूPumpkinपम्पकिन
    बाकला/सेम फलीFava Beansफवा बीन्स
    कुंदरूTendliतेंडली
    कचरीMouse Melonमाउस मेलोंन
    आंवलाIndian Gooseberryइंडियन गूस्बेर्री
    राजमाKidney beansकिडनी बीन्स
    शलजमTurnipटर्निप
    सहजन/मूंगाDrumstickड्रमस्टिक
    बथुआWhite Goose Footवाइट गूस फूट
    करुन्दाNatal Plumनेटल पल्म
    गुन्दा/लसोड़ाCordia myxaकॉर्डिया मायक्सा
    परवल/पटलPointed Gourdपॉइंटेड गॉर्ड
    चिचिंडा/चचेंडाSnake Gourdस्नेक गार्ड
    हरी शेम/शेम की फलीGreen Beansग्रीन बीन्स
    कटहलJackfruitजैकफ्रूट
    आजमोदाCeleryसेलरी
    ब्रांगी/हाथी चकArtichokeआरटीचोक
    कच्चा केलाRaw Bananaरॉ बनाना
    कच्चा पपीताRaw Papayaरॉ पपाया
    केले का फूलRaw Banana Flowerरॉ बनाना फ्लावर
    हरी चोलाईAmaranth Leavesअमरंथ लीव्स
    करोंदाNatal Plumनेटल पल्म
    टिंडाApple Gourdएप्पल गार्ड
    गांठ गोभीKohlrabiकॉलराबी
    पेठाAsh Gourdअश गार्ड
    कचालू/कांदुColocasiaकोलोकसिया
    करील/बांश के कोपलेBamboo shootsबम्बू शूट
    हरा सोया/सौंफFennelफेंनेल
    अरुगुलाArugulaअरुगुला
    अरबी/पेक्चीColocasia Rootकोलोकेसिया रूट
    जिमीकंदElephant foot yamएलीफैंट फूट याम
    सफ़ेद बैगनWhite Eggplantवाइट एगप्लांट
    जंगली पालकWild spinachवाइल्ड स्पिनच
    ककड़ीCucumis Utilissimusकुक्मिस यूटीलिस्सिमुस
    घेवड़ाBeanबीन
    कद्दूCalabashकॅलबॅश
    बैगनAubergineऔबेर्जिन
    सकुंदChiveचाइव्ह
    मकई कनीसCorn earकॉर्न इयर
    शतावरीAsparagusअस्पैरगस
    अलुचे पानElephant’s earएलिफंट ईअर
    बैंगनEggplantएग्प्लैन्ट
    सौंफ की सब्जीFennelफेनल
    हरा मटरGreen-peaग्रीन-पी
    हरा सरसोंGreen mustardग्रीन मस्टर्ड
    सलाद पत्ताLettuceलेट्यूस
    गांठ गोभीKohlrabiकोल्हाबी
    कुकुरमुत्ताMushroomमशरूम
    गोबी की किस्समKaleकेल
    अमड़ाHog plumहॉग प्लम
    सरसों सागGreen mustardग्रीन मस्टर्ड
    कुलफाPurslaneपर्सलेन
    मूली की फलीRadish podsरेडिश पॉड्स
    इस्कूसChayoteचायोट

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